In response to Freud's idea on goals, other psychologists have think of theories to counter his argument. Theorist Rosalind Cartwright proposed that goals supply individuals with the opportunity to act out and get the job done by means of each day difficulties and emotional challenges in the non-real setting without having penalties.
कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वकà¥à¤¤ खà¥à¤¦ ही दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ की याद दिला देता है।
जो लाख कोशिश के बाद à¤à¥€ लफ़à¥à¥›à¥‹à¤‚ में click here बयान नहीं होती।
यादों से नहीं तो साथ गà¥à¥›à¤¾à¤°à¥‡ लमà¥à¤¹à¥‹à¤‚ से पूछ लेना​।
तेरी याद शाख-à¤-गà¥à¤²à¤¾à¤¬ है, जो हवा चली तो महक गई!
तो कà¥à¤› पनà¥à¤¨à¥‹à¤‚ पर आà¤à¤–ें नम और कà¥à¤› पर मà¥à¤¸à¥à¤•à¥à¤°à¤¾à¤¹à¤Ÿà¥‡à¤‚ होंगी।
और मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‚ला हà¥à¤† हर लमà¥à¤¹à¤¾ याद दिला दिया!
à¤à¤• जà¥à¤°à¥à¤® हà¥à¤† है हम से à¤à¤• यार बना बैठे हैं;
काम सदियों का है, लमà¥à¤¹à¥‹à¤‚ में कहाठहोता है।
नींद आये या ना रोज़ सà¥à¤¬à¤¹ उठने के बाद ये जरà¥à¤° सà¥à¤¨à¥‹ आये, चिराग बà¥à¤à¤¾ दिया करो,
सारी महफिल à¤à¥‚ल गठबस वही à¤à¤• चेहरा याद रहा।
बैठे थे अपनी मसà¥à¤¤à¥€ में कि अचानक तड़प उठे,
दिन रात तंग करती हैं मà¥à¤à¥‡ करà¥à¥›à¤¦à¤¾à¤° here की तरह।
ज़à¥à¤¬à¤¾ पर जब किसी के दरà¥à¤¦ का अफ़साना आता है;